शुक्रवार, 16 अप्रैल 2010

शाबाश दिल्ली पुलिस ! ! ! ! ! दाग अच्छे हैं -------------?

                    
विगत दिनों दिल्ली पुलिस ने कुछ ऐसे काम कियें हैं जो निश्चय ही किसी लोकतंत्र के पुलिस व्यवस्था के लिए और पूरे देश के पुलिस व्यवस्था के लिए अनुकरणीय है / 
आप पूछेंगे कि दिल्ली पुलिस ने ऐसा क्या कर दिया जो मैं दिल्ली पुलिस का गुणगान कर रहा हूँ ? लीजिये मैं विस्तार से बता देता हूँ / विगत दिनों दिल्ली के सतर्कता विभाग और दिल्ली पुलिस ने अपने ही विभाग के कई अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड किया है जिससे दिल्ली पुलिस का दामन दागदार तो हुआ है, लेकिन इस दाग को -दाग अच्छे हैं कहा जा सकता है -? इन सबमे सबसे चर्चित रहा है,नरेला थाने के SHO बख्शी राम का सस्पेंसन जिसे मिट्टी माफिया को अवैध तरीके से मिट्टी  खनन करने देने के बदले रिश्वत से सम्बंधित विभागीय स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर चार सिपाहियों समेत सस्पेंड किया गया है और बवाना के पुलिस वालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए दिल्ली के क्राईम ब्रांच के रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है / चूँकि हमलोग सामाजिक आन्दोलन से जुड़े हुए हैं इसलिए दिल्ली के हर क्षेत्र के इमानदार समाजसेवकों के साथ मिलकर  उस क्षेत्र के जनता से उनके क्षेत्र में चल रहे अवैध गतिबिधियों के खिलाप निडर होकर आवाज उठाने और पुलिस में शिकायत करने के लिए प्रेरित करने का काम करने के साथ-साथ शिकायत कर्ता को हरसंभव मदद और सहायता पहुँचाने का भी प्रयास करते हैं जिससे देश में सच्चाई और ईमानदारी को मजबूत किया जा सके /  इसके लिए हमलोग जनप्रतिनिधियों को भी जनता से उनकी असल जरूरत को पूछने और जनता के जरूरत के प्राथमिकता के आधार पर कार्य करने के लिए भी प्रेरित कर रहें / इसलिए हमलोग आपको नरेला के बारे में जिनको ना पता हो उनको बता दू कि नरेला दिल्ली का एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ हर किस्म जैसे जमाखोरी माफिया ,भूमाफिया ,अवैध निर्माण माफिया और भ्रष्ट नेताओं के अवैध कार्य करने वाले प्रतिनिधि माफिया गिरोह पूरी तरह सक्रिय हैं / जिनके खिलाप कोइ भी जल्दी आवाज नहीं उठाना चाहता है और जिसके सामने पुलिस का SHO भी मजबूर हो जाता है लेकिन धीरे-धीरे परिस्थितियाँ बदल रही है / बहरहाल हमलोगों कि दिल्ली पुलिस से आग्रह है कि नरेला जैसे क्षेत्रों में दिल्ली पुलिस  के अतिरिक्त या संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी अगर हर महीने अखवार में विज्ञापन के द्वारा सूचना देकर क्षेत्र के जनता से सीधे संवाद के लिए मिले,  तो  इस क्षेत्र में निडरता और बढ़ेगी और माफियाओं के क्रिया कलाप पर लगाम लग सकेगा / वैसे दिल्ली के हर क्षेत्र में अपराध के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेवार भ्रष्ट नेताओं के अवैध कार्य करने वाले प्रतिनिधि हैं ,जिनके खिलाप दिल्ली पुलिस को हर महीने आमजनता से अपना नाम गुप्त कोड और पासवर्ड के साथ लिखकर शिकायत करने कि सलाह देकर या बिना नाम के लिखित शिकायत करने कि अपील करनी चाहिए / इससे लोग गैरकानूनी गतिविधियों को चलाने वालों के खिलाप शिकायत करने के लिए प्रेरित होंगे / अभी दिल्ली पुलिस  को बहुत सारे अच्छे और बहादुरी भरे काम करने हैं / जिसमे एक काम यह भी है कि वह अपने  SHO और उससे नीचे के कर्मचारियों को भ्रष्ट मंत्रियों और उनके प्रतिनिधियों के किसी भी गैर कानूनी काम के दवाब के आगे ना झुकने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उनको समुचित सुरक्षा कि भी गारंटी सुनिश्चित करें / क्योंकि कई मामलों में पूरे देश के पुलिश में यह देखा गया है,कि पुलिस के छोटे अधिकारी या कर्मचारी ना चाहते हुए भी दवाब के आगे झुककर रिश्वत लेकर अपने कर्तव्यों से पीछे हटने का काम कर जाते हैं और ऐसा वे असुरक्षा कि भावना में भी आकर कर जाते हैं / ऐसी स्थिति को आम जनता और पुलिस को ज्यादा नजदीक लाकर दूर किया जा सकता है,जिसके लिए शोध करने कि जरूरत है / क्या पता नरेला के SHO भी ऐसी ही किसी भावना से ग्रस्त हो  ? लेकिन अपराध तो अपराध है चाहे वह किसी के दवाब में किया गया हो या खुद के विचारों के तहत,सजा तो मिलनी ही चाहिए !  लेकिन विवेचना कर मूल कारणों का भी पता जरूर लगाया जाना चाहिए / अंत में दिल्ली पुलिस  के इस अच्छे कार्य के लिए दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त श्री दिलीप कुमार और दिल्ली पुलिस के मुखिया को ब्लोगरों कि और से हमारी ढेरों शुभकामनाये /

3 टिप्‍पणियां:

  1. पुलिस को लेकर समाज में भरोसा कम हुआ है। अब जरूरत इस बात की है कि पुलिस जल्द से जल्द समाज में अपनी विश्वसनीयता कायम करे।

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