tag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post716733844601159075..comments2023-06-08T13:50:58.845+05:30Comments on JANTA KI F.I.R: शर्मनाक है ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन हादसा रेल और गृह मंत्रालय दोनों के लिए -----honesty project democracyhttp://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-45955242945761382612010-05-30T00:56:01.481+05:302010-05-30T00:56:01.481+05:30लोगों की जान जाने में भी राजनीति नज़र आ रही है इन ...लोगों की जान जाने में भी राजनीति नज़र आ रही है इन धृतराष्ट्रों को. पता नहीं कब तक यूं कबूतरों की तरह बिल्ली आती देख आंखें मूंदे बैठे रहने वाले हैं ये.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-57558781888382779812010-05-29T11:38:02.378+05:302010-05-29T11:38:02.378+05:30दर असल ये हादसे सिर्फ और सिर्फ हमारे व्यवस्था में ...दर असल ये हादसे सिर्फ और सिर्फ हमारे व्यवस्था में बैठे निकम्में और स्वार्थी लोगों के लापरवाही भरे रवैये के कारण होतें हैं ,देखना है कि इस हादसे के बाद भी इनका इंसानी जमीर कितना जगता है और ऐसे हादसों को रोकने के लिए इनके द्वारा क्या-क्या गंभीर और ठोस उपाय किये जाते हैं / फ़िलहाल तो मृतकों को हम अपनी श्रधांजलि और घायलों के जल्द स्वस्थ होने कि कामना ही कर सकते हैं /<br /><br />...साथ ही कुछ प्रयास तेज करने होंगे.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-6725547844338017022010-05-28T16:03:11.135+05:302010-05-28T16:03:11.135+05:30नहीं सहनावाज़ भाई और गोदियाल जी, ऐसे बात नहीं बनेग...नहीं सहनावाज़ भाई और गोदियाल जी, ऐसे बात नहीं बनेगी|<br />अब गांधीगिरी से नहीं बात बनने वाली, अब तो रंग दे बसंती की ज़रुरत है|<br />सोचने वाली बात है, के नक्सली, आतंकवादी हमेशा, आम जनता को ही क्यों टार्गेट करते हैं आज कल?<br />सोच कर देखिये, ये नेता आज हमारी आप की लाशों पर राजनीति करने को आमादा हैं|<br />पर ज़िम्मेदार हम खुद ही हैं, वोट तो हम आप अपनी जात/धर्म वाले को ही देते हैं न, तो ये सब तो होगा ही|<br />रही बात ब्लॉग पर लिखने की, सेल आधे MP's इन्टरनेट use करना भी नहीं जानते होंगे|<br />किसी ने कहा, इंसानी ज़मीर??? हेहे, क्या मजाक है, शक्ल के अलावा उनमे कुछ इंसानी है???<br />आप जानते हैं अफ़ज़ल गुरु को अब तक फासी क्यों नहीं हुयी है? नेता लोग उसके नाम पर राजनीति क्यों कर रहे हैं ?<br />कोई साला नेताओ की ज़मात का मारा नहीं था न, हम आप, हमारे सैनिक, पुलिस वाले, हम तो इसी तरह मरने के लिए पैदा हुए हैं, उसकी क्या चिंता करना|<br />नेता लोग, बयान देकर अपना काम ही तो कर रहे हैं, बेचारे वो और कर भी क्या सकते हैं ???Ravish Tiwari (रविश तिवारी )https://www.blogger.com/profile/01494714708163290128noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-7501952172890308482010-05-28T14:33:11.044+05:302010-05-28T14:33:11.044+05:30अभी हमारी सरकार इन मर्तको को लाख दो लाख सरकारी खजा...अभी हमारी सरकार इन मर्तको को लाख दो लाख सरकारी खजाने से दे देगी, उन्हे मिले या ना मिले, फ़िर जनता इन से सीट छोड्ने के लिये कहेगी, नये चुनाव.... यह सब गड बड है ओर फ़िर इन सब बातो मै लोग असली बात भुल जाते है.... सब से सही बात जिम्मे दार लोगो को पकड कर उन पर कार्य वाही की जाये, मत्री जी को अगर हटाना है तो नये चुनाव की जगह दुसरे को वो पद सोंप जाये, ओर मंत्री जी को दोषी पाने पर जेल मिले, यह काम महीनो ओर सालो मै नही सप्ताहो मै होना चाहिये, अगर एसी सख्ती हो तो हम भी देखे कोई हमे केसे बिछडा कहता है, कार्य वाही हो फ़टा फ़ट तब बात बनती हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-49302254033566237062010-05-28T13:53:16.085+05:302010-05-28T13:53:16.085+05:30All are so insensitive !All are so insensitive !ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-13276200380820870212010-05-28T13:52:56.451+05:302010-05-28T13:52:56.451+05:30यह माओवादी या नक्सली कृत्य नही बल्कि चुनाव के लिए...यह माओवादी या नक्सली कृत्य नही बल्कि चुनाव के लिए खेली जा रही घृणित राजनीति है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-90376960812526203512010-05-28T13:37:12.056+05:302010-05-28T13:37:12.056+05:30आम आदमी मरता रहता है और मंत्रालयों के बीच आरोप प्र...आम आदमी मरता रहता है और मंत्रालयों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चलता रहता है। दिखावे के लिए जब कोई मंत्री त्यागपत्र की पेशकश भी करता है,तो प्रधानमंत्री उसे नामंजूर करने का पहले ही से मन बनाए रहते हैं। जाहिर है,यथास्थिति बनी रहेगी।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-4955022514378596942010-05-28T13:16:42.389+05:302010-05-28T13:16:42.389+05:30भाई हमारी सरकार और उसके मंत्रालय हादसे के बाद अपने...भाई हमारी सरकार और उसके मंत्रालय हादसे के बाद अपने आफिस का ताला खोलते हैंM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-12456345557918419392010-05-28T12:04:38.647+05:302010-05-28T12:04:38.647+05:30झा जी आज ऊँचे पदों पर बैठे लोगो के संवेदनाओं मर चु...झा जी आज ऊँचे पदों पर बैठे लोगो के संवेदनाओं मर चुकी हैं. आज सामूहिक प्रयास से ही इन लोगो के ज़मीर को झकझोरा जा सकता है.Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4318529881439874402.post-34943770282022436952010-05-28T12:01:30.904+05:302010-05-28T12:01:30.904+05:30"मृतकों को हम अपनी श्रधांजलि और घायलों के जल..."मृतकों को हम अपनी श्रधांजलि और घायलों के जल्द स्वस्थ होने कि कामना ही कर सकते हैं"Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.com