शनिवार, 25 अप्रैल 2015

गजेन्द्र (एक सच्चा कार्यकर्त्ता) की हत्या के मामले में अरविंद केजरीवाल के चांडाल चौकड़ी के खिलाप क्या कहता है सोशल मीडिया ------------

देश समाज में बहुत सारी शर्मनाक घटनायें रोज होती है लेकिन ये केजरीवाल की चांडाल चौकड़ी  ही है जो अपने एक सच्चे कार्यकर्त्ता को अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए मौत के मुंह में धकेलने की जघन्य साजिश रचने से भी बाज नहीं आती ------इस पर सोशल मिडिया के लोगों का क्या कहना है मैंने उसी का संकलन करने का प्रयास किया है आपलोग भी देखिये और अपना विचार रखिये।   
1 - Apr 22
लाशों की राजनीती में आप ने रिकॉर्ड जीत हाशिल की। एक मौत ने सारे बेशर्म चेहरे उजागर किये। हे ईश्वर!ये कैसे इंसान हैं?

2 -vikram m r ‏@vikrammr  
Next rally they got Fake suicide-bomber "proposal"

केजरीवाल को 4 जुते लगानेे के बाद बोलना चाहिये गलती हो गई जी

Dead Body works wonders for AAP... First Nirbhaya Now Gajender.These guys should be hanged from the same tree

नित नयी नौटंकी नित नया बवाल ! खूनी भेड़िये हैं ये पहने भेंड़ की खाल! देश बेचने निकले हैं ये जयचंदों की औलाद!

राजनितिक पार्टी है भाई, राजनीती न करीहें तो का जूस बेचिहें

. कानून का आलोचना करनेवाले को भि ईतना डर क्यों करवाके 

8 -
आप रावण को समझा सकते हैं पर 'आपियों' को नहीं ।
बहुत प्यार करते हैं मेरे भाई बहन । कोई भी आपिया कुछ मेरी बात के विरोध में लिख दे और मैं उसे इग्नोर करूं और फिर भी वो लिखता रहे तो ये मेरे भाई बहन कूद पड़ते हैं मैदान में, मेरी तरफ से, अपनी अपनी तलवारें निकाल कर, उस विरोधी से युद्ध करने । प्यार सभी भाइयों बहनो को ।
जो भी 'आपिए' अभी भी मेरी फ्रेंड लिस्ट में हैं, और ‪#‎AAPRallyMurder‬ को सही मानते हैं, केजरीवाल एंड पार्टी को बेगुनाह मानते हैं, उनसे मेरा कोई बैर नहीं, उनसे मैं बहस नहीं करूं गा, बस इतना कहूंगा कि वो मेरे समाज में रहने लायक नहीं हैं, उनकी बकवास से मैं अपने भाइयों बहनों की दुखी नहीं देखना चाहता । कृपया ऐसे आपिए मुझे छोड़ कर चले जाएं, अपने 'आपिये' समाज में । मुझे दुःख नहीं होगा ।

9 -
पहले केजरीवाल जी के भाषण के दौरान एक किसान ने आत्महत्या कर ली,,
बाद में AAP के नेताओ की बाते सुनकर.. "मानवता" ने भी आत्महत्या कर ली। frown emoticon frown emoticon


10 -
ये एक स्टंट था !! उसको केजरीवाल ने ही ऊपर चढ़ाया था !! वो थोड़ी देर नौटंकी करता फिर केजरीवाल महात्मा गांधी बनकर मंच उतारते और उसे नीचे लाते !! फिर वो बहुत बड़े बहुत ही बड़े किसान नेता एक ही झटके में बन जाते!
लेकिन स्टंट फेल हो गया !! केजरीवाल को उल्टा लटकाकर उसके स्वराज पर बेंत वर्षा की जाए तो सब उगल देगा !! ‪#‎AapRallyMurder‬

11 -
े रहे ....केजरीवाल मोदी को कोसते रहे ....उधर गजेन्द्र सिंह फंदे के साथ अलग अलग स्टंट करते रहे ....नीचे से लोग चिल्लाते रहे की हलके से बांधना ....टाइट मत बंधना .... पकड़े रहना ......वगैरह वगैरह .....नौटंकी पूरे जोरों पर चलती रही .......टीआरपी बिज़नस अपने चरम पर पहुँच गया ....और बस देखते देखते एक पल में वो स्टंट फेल हो गया .... गजेन्द्र सिंह फांसी पर लटक गया ....क्योंकि नौटंकी उफान पर थी इसलिए बचाने की कोई तैयार की ही नहीं गयी थी ......नेताओं के बंगले की दस फ़ीट दीवार कूद जाने वाला आशुतोष मंच से खी खी करता रहा ...... बिजली के खम्बों पर चढ़कर लाइट काट देने वाला केजरीवाल गजेन्द्र सिंह की तरफ मुखातिब होकर मोदी को गालियां देता रहा..... पर किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की ....क्यों ?
बड़े बड़े हवाई जहाजों को आतंकी कब्जे में कर लेते हैं तब भी कमांडो यात्रियों को बचा लाते हैं ......आग , भूकम्प , बाढ़ , टावर पर चढ़े लोगों तक को सकुशल बचा लिया जाता है......... पर गजेन्द्र सिंह को मरने दिया गया ......क्यों ? अग्निवेश ने शायद सही कहा था .......केजरीवाल अनशन पर बैठे अन्ना को भी मारने पर उतारू था .....उसके मीडिया के स्पोंसर भी यही चाहते थे.......खीरा कटेगा तो सबमे बटेगा .....खूब राजनीती करेंगे..... खूब टीआरपी बटोरेंगे....वाह मज़ा आ जायेगा कसम से ......वाह मज़ा आ गया कसम से........ केजरी तू तो गया रे ......यज्ञ की ज्वाला अगर घर में आग लगा दे तो महा अपशगुन होता है ....महा अपशगुन .......केजरी तेरी हरामखोरी का घड़ा भर गया ......तू गया केजरी !! 

12 -
केजरीवाल चाहते है दूसरे भगत सिह पैदा तो हो परन्तु केजरीवाल के घर ना होकर दिल्ली पुलिस के घर पैदा हो।
शर्मनाक केजरीवाल

13 -
केजरीवाल सियासी गिद्ध है जो इस से जुड़ता है ये उसको खा जाता है.........

14 -
इतना शर्मिंदा क्यों होते हैं केजरीवाल? http://t.co/sttb7gc91v

15 -
वो पेड़ पर चढ़ा ,
आप मंच पे , 
वो पेड़ से नही उतरा ,
आप मंच से नही उतरे ,
फर्क इतना हें वो दुनिया छोड़ गया ,
आप मानवता छोड़ गए...!!

गजेन्द्र के मौत को लेकर यह जानकारी भी सोशल मीडिया पर खूब साझा हो रही है। जरा एक निगाह आप भी डालें और सच के करीब पहुंचें।
फांसी लगाने वाले गजेन्द्र सिंह कोई सामान्य मजबूर फटेहाल किसान नहीं थे .... अपने इलाके के रुतबे वाले नेता थे ...दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके थे ....कई बड़े नेताओं के साथ उनके फोटो थे ....
फिलहाल आम आदमी पार्टी में थे .....इधर सुबह से किसी टीवी चैनल पर केजरीवाल की रैली की कोई खबर नहीं थी ....ऐसे में कोई बहुत बड़ी नौटंकी प्लान की गयी ...गजेन्द्र सिंह को उकसाकर पेड़ पर चढ़ा दिया गया ....आत्महत्या के पर्चे हर टीवी चैनल तक पहुंचा दिए गए .....
कुमार विश्वास मंच से आत्महत्या का लेटर पढ़ते रहे ....केजरीवाल मोदी को कोसते रहे ....उधर गजेन्द्र सिंह फंदे के साथ अलग अलग स्टंट करते रहे ....नीचे से लोग चिल्लाते रहे की हलके से बांधना ....टाइट मत बंधना .... पकड़े रहना ......वगैरह वगैरह .....नौटंकी पूरे जोरों पर चलती रही .......टीआरपी बिज़नस अपने चरम पर पहुँच गया ....और बस देखते देखते एक पल में वो स्टंट फेल हो गया ....
गजेन्द्र सिंह फांसी पर लटक गया ....क्योंकि नौटंकी उफान पर थी इसलिए बचाने की कोई तैयार की ही नहीं गयी थी ......नेताओं के बंगले की दस फ़ीट दीवार कूद जाने वाला आशुतोष मंच से खी खी करता रहा ...... बिजली के खम्बों पर चढ़कर लाइट काट देने वाला केजरीवाल गजेन्द्र सिंह की तरफ मुखातिब होकर मोदी को गालियां देता रहा..... पर किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की ....क्यों ?
बड़े बड़े हवाई जहाजों को आतंकी कब्जे में कर लेते हैं तब भी कमांडो यात्रियों को बचा लाते हैं ......आग , भूकम्प , बाढ़ , टावर पर चढ़े लोगों तक को सकुशल बचा लिया जाता है......... पर गजेन्द्र सिंह को मरने दिया गया ......क्यों ?
अग्निवेश ने शायद सही कहा था .......केजरीवाल अनशन पर बैठे अन्ना को भी मारने पर उतारू था .....उसके मीडिया के स्पोंसर भी यही चाहते थे.......खीरा कटेगा तो सबमे बटेगा .....खूब राजनीती करेंगे..... खूब टीआरपी बटोरेंगे....वाह मज़ा आ जायेगा कसम से ......वाह मज़ा आ गया कसम से........ केजरी तू तो गया रे ......यज्ञ की ज्वाला अगर घर में आग लगा दे तो महा अपशगुन होता है ...
गजेन्द्र की मौत 2.55 पर हुई ..लेकिन अलका लाम्बा ने उसे 2.20 पर ही श्रधान्जली कैसे दे दी ? क्या ये "आप" की साजिश नही है ?
उसके मरने के पहले ही उसका सुसाइड नोट कुमार विश्वास के पास कैसे पहुंचा ? कुमार विश्वास ने उसके सुसाइड नोट को बकायदा मंच पर पढ़ा ...
पुरे देश की मीडिया ने ये कहा था की अभी किसान मरा नही है लेकिन अलका लाम्बा को कैसे पता चला की किसान मर चुका है ?

17 -
केजरीवाल अब चांडाल है अब उसकी मांफी में भी चण्डालपना दीखता है,केजरीवाल द्वारा दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच द्वारा गजेन्द्र की मौत की जाँच शुरू करते ही मजिस्ट्रेट जाँच का आदेश देना इस बात को साबित करता है की केजरीवाल की चांडाल चौकड़ी द्वारा प्लान किया गया था गजेन्द्र की हत्या। मनीष सिसोदिया के कहने पर आया था गजेन्द्र। अब ये लोग सत्ता के भूखे-नंगे भेड़िये हैं ये कुछ भी कर सकते हैं। ‪#‎AAPRallyMurder‬ ‪#‎MODI‬ ‪#‎PMO‬‪#‎ARWINDKEJRIWAL‬

18 -
वैसे तो अभाव तथा लाचारीवश देश में बहुत किसानो ने आत्महत्या किया लेकिन केजरीवाल-सिसोदिया-विश्वाश-संजय सिंह देश का पहला चांडाल चौकड़ी है जिसने अपने कार्यकर्त्ता किसान की हत्या की साजिश रची अपने आपको हिट करने के लिए,लेकिन ईश्वर के घर देर है अंधेर नहीं इसलिए ईश्वर ने इनको पूरे देश में "चांडाल चौकड़ी-कार्यकर्त्ता का हत्यारा" बनाकर रख दिया। ‪#‎hatyarakejriwal‬ ‪#‎delhipolice‬ #UAS ‪#‎UK‬ ‪#‎INDIA‬ ‪#‎WORLD‬

19 -
लात-जूते जब चारो तरफ से पड़ने लगे। बचाव का कोई उपाय न बचे तो माफ़ी का ब्रह्मास्त्र चलाओ।बच जाओगे।केजरीवाल सर का आजमाया हुआ शस्त्र है।नहीं तो थेथरई ज़िंदाबाद।

20 -
कांग्रेस,भाजपा और अन्य नेताओं के बीच 'कमीने' अवार्ड को लेकर प्रतियोगिता चल रही थी।लेकिन अचानक से एक नया प्रतियोगी आया और बाजी मार ले गया।अब सब कह रहे हैं - आप हैं सबके बाप। हम तो इनके नाखून के बराबर भी नहीं।

21-

आप की रैली में गजेन्द्रजी की आत्महत्या से मृत्यु अत्यंत दु:खद दुर्घटना है| जान कर आत्महत्या थी या अनचाही आत्महत्या इसकी तहकीकात पुलिस कर रही है, पर आप, भाजपा और कांग्रेस भी गजेन्द्र की मृत्यु का राजनीतिकरण नितांत घृणास्पद है | मानवीय संवेदना से रहित है और पूरी राजनीती को कठघरे में खड़ा कर रहा है| जांच से और बातो का पता लगेगा | गजेन्द्र की आत्मा को भगवान सद्गति दे और पिता –माता, पत्नी ,बच्चो को समस्त परिवारों सहित इस अनचाहे दुःख को झेलने की ताकत भी दे|







मंगलवार, 3 मई 2011

विकीलिक्स ने अमेरिका की पेंट उतारी थी लेकिन ओसामा की हत्या ने अमेरिका की चड्डी भी उतारकर रख दिया है दुनिया के सामने.....

कुछ दिन पहले अपने मित्र इरफ़ान जी का एक कार्टून देखा था जिसमे विकीलिक्स ने अमेरिका की पेंट उतारी थी ..आप लोग भी देखिये इस कार्टून को ...


लेकिन ओसामा की हत्या ने अमेरिका की चड्डी भी उतारकर रख दिया है दुनिया के सामने.....अब अमेरिका पूरी तरह नंगा हो गया है और लोकतंत्र की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के उसके खोखले दावे की सच्चाई दुनिया के सामने आ गया है | वैसे भी 9/11 को कई खुपिया जानकर CIA का मिशन मानते हैं जो बुश द्वारा चुनावी गड़बड़ियों से पूरी अमेरिकी जनता का ध्यान हटाने के लिए किया गया था ,बुश खुद अमेरिकी मिडिया के अनुसार स्केल्प एंड बोन जैसे नर पिचाशों के संगठन के सदस्य हैं और बुश सिनिअर कब्र से खोपड़ी चोरी के आरोपों का सामना भी कर चुके हैं |

निश्चय ही अमेरिका द्वारा ओसामा की हत्या पाकिस्तान के मिलिट्री एकेडमी के पास एक किले नुमा घर में रात के एक बजे किये जाने से ये बात पूरी तरह साबित हो गयी है की अमेरिका आतंक का उत्पादन कर्ता,बिक्रेता तथा उससे रक्षा के लिए ठेका लेने का उद्योग चलाने वाला देश है | जिस देश में भी अमेरिकी निवेश होगा या अमेरिका का ज्यादा प्रभाव होगा वहां इंसानियत का जिन्दा रहना मुश्किल है क्योकि CIA द्वारा ही ज्यादातर आतंकवादी गतिविधियाँ प्रायोजित होती है...लेकिन CIA की जाँच करने वाला कोई नहीं क्योकि CIA ज्यादातर देशों के सर्वोच्च सत्ता को ब्लेकमेल करने में कामयाब हो चूका है...और CIA के खिलाफ चलने वाले शासकों का अंजाम बुरा  होता है | भारत को अमेरिकी पूंजी निवेश के बारे में दुवारा विचार करने की जरूरत है और हर भारतीय के लिय जरा सोचिये और समझिये का वक्त है ...?

गुरुवार, 23 दिसंबर 2010

बिहार के सीतामढ़ी जिले के 273 में से 138 गांवों के मुखिया तथा पंचायत सचिव के खिलाप गिरफ़्तारी का वारंट.....

सीतामढ़ी जिले का नक्सा(चित्र गूगल से साभार)

बिहार के सीतामढ़ी जिले के 273 में से 138 गांवों के मुखिया तथा पंचायत सचिव के खिलाप गिरफ़्तारी का वारंट.....कारण है गांवों को रोशनी देने के लिए सोलर लाइट को लगाने में हुआ घोटाला........निश्चय ही इसे बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाप हो रहे सार्थक कार्यवाही कहा जा सकता है......शाबास नितीश जी.....अब इन सबको जेल भी भेजने की व्यवस्था कीजिये......

रविवार, 17 अक्तूबर 2010

U.P पुलिस का एक और शर्मनाक कारनामा....जबकि प्रदेश की मुख्यमंत्री महिला हैं और देश का राष्ट्रपति भी एक बृद्ध महिला.......

गाजीपुर के नंदगंज थाने के भीतर बिना अपराध जबरन बंधक बनाकर रखी गईं महिलाएं : लाल साड़ी में खड़ी श्री यशवंत सिंह की मां , पैर व कूल्हे में दिक्कत के कारण लेटी हुईं चाची, बैठी हुईं दो स्त्रियों में चचेरे भाई की पत्नी हैं. एक अन्य दूसरे आरोपी की मां हैं...


देश में महिलाओं के साथ खासकर बृद्ध महिलाओं के साथ पुलिस का व्यवहार कैसा शर्मनाक और कायरता पूर्ण है इस बात का अंदाजा आप U.P के गाजीपुर जिले के नंदगंज थाने के पुलिस के व्यवहार से लगा सकते है जहाँ एक बृद्ध महिला को उसके भतीजे के अपराधी होने के चलते 12 घंटे तक थाने में बंधक बनाकर रखा गया ...ये सिर्फ किसी एक मां की समस्या नहीं बल्कि उन करोड़ों माओं की समस्या है जो इस देश के गांवों में रहती है | 

निश्चय ही पुलिसिया इतिहास में इसे सबसे शर्मनाक घटना  कहा  जा  सकता  है खासकर तब  जब  प्रदेश की मुख्यमंत्री महिला हो और देश का राष्ट्रपति एक बृद्ध महिला |


पूरी घटनाक्रम के लिए निम्नलिखित लिंक पर जाकर पढ़ें और ऐसे पुलिसिया अत्याचार के खिलाप आवाज को तबतक बुलंद करें जब तक पुलिस बृद्ध महिला से लिखित में माफ़ी मांगे या ऐसे पुलिस वालों के खिलाप कार्यवाही ना हो जाय ...


http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6969-2010-10-16-11-26-00.html

http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6980-2010-10-17-09-05-00.html

http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6982-2010-10-17-09-56-04.html

शनिवार, 11 सितंबर 2010

प्रियंका और रणवीर से मिलने का मौका वो भी सिर्फ 30 रूपये में 30 दिन ,ऑफर 16 सितम्बर तक ....?

जब तक ऐसे लोगों के खिलाप जाँच को बेवजह लम्बा खीचकर भ्रष्टाचार को संरक्षित किया जाता रहेगा ,इस देश की जनता को हर तरफ खुलेआम लूटा जाता रहेगा | जरूरत है भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाप जाँच को  हर-हाल में 180 दिनों के अन्दर पूरी कर दोषी मंत्रियों को सरे आम फांसी की सजा देने की |


संचार मंत्रालय के मंत्री और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त होकर अरबपति बन रहें हैं ,TRI की तो उपयोगिता ही ख़त्म हो चुकी है ये अब मोबाईल कंपनियों को जनता के हितो में काम करने के लिए निर्देश देने के वजाय जनता को लूटने का निर्देश दे रही है | तभी तो अब आप ग्राहक सेवा केंद्र में बात करने के लिए भी शुल्क चुकायेंगे और मोबाईल कंपनियों के इस प्रस्ताव को TRI ने भी हरी झंडी दिखा दिया है | जरा सोचिये कोई ग्राहक ,ग्राहकसेवा केंद्र में कब बात करता है ? तब-जब उसे कोई शिकायत या सेवा सम्बंधित जानकारी चाहिए होती है या वह दुखी होता है किसी मोबाईल कंपनी के ठगी रुपी सेवा से | ऐसे में उनसे इस बात के लिए तब पैसे उसूलना कितना जायज है जब मोबाईल कम्पनियाँ काल दर कम से कम करने में लगी हुयी है | सबसे अचम्भा TRI के मंजूरी देने के रवैये पे होता है जो मोबाईल कंपनियों द्वारा आये दिन ग्राहकों को बेबकूफ बनाकर लूटने और ठगने  को तो रोक नहीं पा रही है ,लेकिन इन मोबाईल कंपनियों द्वारा ग्राहकों के खिलाप लाये गये प्रस्ताव को मंजूरी तुरंत दे देती है | TRI के ऐसे ही रवैये से मोबाईल कंपनिया भ्रमित करने वाले विज्ञापन ग्राहकों को भेजकर सरेआम ठग रही है और ठगती रहेगी | 


एयरटेल के एक विज्ञापन को देखिये जिसमे वह प्रियंका और रणवीर से मिलने का मौका तीस रूपये में तीस दिन का ऑफर देकर लोगों को बेबकूफ बनाकर ठगने का प्रयास कर रही है | दरअसल अब मोबाईल कम्पनियाँ नहीं ठग रही है बल्कि संचार मंत्रालय और TRI के भ्रष्ट मंत्री और अधिकारी इनको ठगने के लिए प्रेरित कर रही है |



ये विज्ञापन मेरे मोबाईल नंबर -9810752301 से 123 नंबर डायल करने पर अपना बेलेंस चेक करने के जवाब में दिनांक-11/10/2010 17:55 पे SMS के रूप में आया है ....प्रस्तुत है उस SMS की पूरी फोटो कॉपी  आप लोगों की सेवा में ...

Balance-Rs 161.57,Validity-jul 05 2012,local A2Amin:0.00,Call Bal:Rs 0.00,Priyanka/Ranbir se milne ka mouka 16-Sep tak! Dial@ 51010(Rs 30/30Din)  17:55 11/10/2010 


TRI की उपयोगिता जनहित में कम और मोबाईल कंपनियों के हित में ज्यादा साबित हो रही है ,अतः इसे बंद कर दिया जाय और इसकी जगह पर उपभोक्ताओं के जरूरत और शिकायतों के सर्वे को आधार बनाकर मोबाईल कंपनियों को रेगुलेट किया जाय ...

अब आप लोग खुद अंदाजा लगाइये की  Priyanka/Ranbir se milne ka mouka 16-Sep tak! Dial@ 51010(Rs 30/30Din)  इसका क्या मतलब निकलता है | क्या ये खुलेआम ठगी और चार सौ बीसी नहीं है ....? सरकार और सरकार में बैठे भ्रष्ट लोगों का इस तरह का दलाली भरा रवैया शर्मनाक है इस देश और समाज के लिए पूरी की पूरी अर्थ व्यवस्था ठगी पे आधारित होती जा रही है |