शुक्रवार, 3 सितंबर 2010

इस घटना से देश भर के IAS और IPS अधिकारियों को सबक लेना चाहिए ....

सत्यमेव जयते की रक्षा करने वाले भी कर्तव्यहीनता,अनुशासनहीनता तथा अराजकता की वजह से असुरक्षित हैं ,मनमोहन सिंह जी के भारत में भ्रष्टाचार और नैतिक पतन का विकाश दर आश्चर्यजनक है,सोनिया गाँधी के भारत में एक महिला IPS अधिकारी भी सुरक्षित नहीं है तो आम महिला की सुरक्षा का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है  ...शर्मनाक है इस देश की व्यवस्था


यूपी के बरेली में एक महिला IPS पुलिस अधिकारी को उसके ही  विभाग के तीन पुलिसकर्मियों ने सड़क पर घसीट कर जान लेने की कोशिस की ,वैसे पुलिसकर्मियों द्वारा आम आदमी के साथ तो ऐसा वाकया हमेशा  और हर जगह होता है ,लेकिन  एक महिला IPS पुलिस अधिकारी के साथ हुआ ये वाकया ना सिर्फ शर्मनाक है बल्कि देश भर के IPS और IAS अधिकारियों के लिए सबक |


दरअसल इस समय देश गंभीर अनियंत्रित राजनितिक नेतृत्व ,अनुशासनहीनता,संवेदनहीनता तथा भ्रष्टाचार की चरम पराकाष्टा की चपेट में है | पुलिस या किसी विभाग में भी नियुक्ति चरित्र तथा योग्यता के आधार पर ना होकर भ्रष्ट चरित्र के राजनितिक दवाब तथा पैसों के आधार पर हो रहा है | SC/ST में भी अच्छे लोग हैं लेकिन हरामी व भ्रष्ट राजनेताओं की चमचागिरी नहीं करने की वजह से ऐसे लोग नियुक्ति तक नहीं पहुँच पाते हैं ,नियुक्ति उन लोगों की होती है जो नेताओं के चमचे,असामाजिक चरित्र और उनके भ्रष्टाचार के पोषक होते हैं | इस तरह की नियुक्ति में भ्रष्ट नेताओं के साथ-साथ भ्रष्ट अधिकारी भी खूब नोट छापते हैं और नतीजा कुव्यवस्था,अराजकता और अनुशासनहीनता के रूप में सामने आती है |


भ्रष्टाचार और लोभ-लालच की वजह से IAS और IPS अधिकार आम लोगों खासकर सामाजिक लोगों से लगातार दूर और भ्रष्टाचारियों और असामाजिक तत्वों के बेहद करीब होते जा रहे हैं ,क्योंकि सामाजिक लोग उनको कमाई का साधन मुहैया नहीं करा सकते जबकि असामाजिक तत्व समाज में लड़ाई,झगडा,हत्या,बलात्कार इत्यादि जैसे कुकर्मों को करने वाले को बचाने का धंधा ही चलाते हैं जिससे इन अधिकारियों को मोटी कमाई होती है लेकिन समाज कराहता है | इस कमाई के वजह से ज्यादातर अधिकारी अपने कर्तव्य से सबकुछ जानते हुए भी आँख मूंद लेते हैं और पीड़ित व्यक्ति को इन्साफ की जगह अन्याय और प्रतारना मिलता है | इन सारी कुव्यवस्था से पूरी की पूरी व्यवस्था सड़ चुकी है और भ्रष्ट राजनेताओं के लिए ऐसी व्यवस्था बरदान साबित हो रही है |


अतः हमारा आग्रह है देश के सभी IAS और IPS अधिकारियों से की थोड़ी सी इंसानियत को अपने आप में जिन्दा करें और भ्रष्ट राजनेताओं के दवाब में आये बिना अपने क्षेत्र के आम लोगों से मिले और तथ्यों को खुद जाँच परखकर सत्य और न्याय के आधार पर कार्यवाही करें तथा अपने विभाग के जूनियर अधिकारी और कर्मचारियों में अपने उच्च नैतिक चरित्र और कर्तव्य के प्रति सच्ची निष्ठां से भय पैदा करें | अगर ऐसा नहीं करेंगे तो ये भ्रष्ट  राजनेता तो अपने बाप के नहीं होते हैं तो आपका क्या होंगे | ये इंसान नहीं हैवान हैं इनके लिए पैसा सबकुछ है और पैसे के लिए ये किसी IAS और IPS की हत्या उसी के जूनियर अधिकारी से करवा सकते हैं | इसलिए अपनी सुरक्षा के लिए आम लोगों खासकर अपने क्षेत्र के सामाजिक लोगों से जुड़ें और सच्चे तथा अच्छे लोगों का हर-हाल में साथ दें | 


अंत में हम कल्पना सक्सेना जी पे हमला करने वाले पुलिस वालों को आजीवन कारावास या फांसी की सजा देने की अपील करते हैं ,क्योंकि शर्मनाक है इस तरह की अराजकता और अनुशासनहीनता इन अपराधी पुलिस वालों का जिन्दा रहना सभ्य समाज के लिए बेहद खतरनाक है खासकर आम नागरिकों के लिए ...   

8 टिप्‍पणियां:

  1. ये खबर मैंने भी टीवी पर देखी देख कर दुख और अफ़सोस हुआ पर क्या करे देश में सारी व्यवस्था एक ही मूल मंत्र पर काम कर रही है वो है खाओ ओर खाने दो | यहाँ सभी लगे है खाने में तो रोकेगा कौन जो एक दो है उनको ऐसे ही निपटा दिया जायेगा | पर मुझे लगता है कि इस हमाम में सभी नंगे है चाहे वो किसी भी धर्म का हो किसी भी जाती का हो या किसी भी क्षेत्र का हो इस मामले में हम सब भारतीय एक है का नारा चलता है |

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  2. Times of India me ye samachaar sun ke laga tha mujhe bhi ki jahan ek mahila SP surakshit nahin wahan aur baaki ladkiyon ka kya haal hoga.. Imaandaari kaun aur kaise nibhaaye..
    आपकी पोस्ट को ४-९-१० के चर्चा मंच पर सहेजा है.. आके देखेंगे क्या?

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  3. Ajay ji, Kalpana Saxena ji IPS nahin balki PPS 1990 batch ki officer hain jinka ki promotion kar ke SP(Traffic police) banaya gaya tha.. sudhar kar liziye..

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  4. बेह्द शर्मनाक वाकया……………मगर ये तो अन्धेर नगरी है कोई सुनवाई नही है कही भी।

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  5. उफ्फ्! निहायत ही शर्मनाक कृ्त्य....

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  6. भई यूपी में तो कानून-व्यवस्था की बात ही मत करिए।

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